दिल में सुराख कैसे होता है तथा इसका इलाज़ अथवा उपचार या बचाव कैसे किया जा सकता है यह कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब इंटरनेट पर काफी तलाशा जाता है। दिल में सुराख होने की बीमारी को मेडिकल भाषा में 'कॉन्जेनिटल हार्ट डिफेक्ट्स' (सीएचडी) कहते हैं तथा । मानव दिल की संरचना के हिसाब से दिल में चार चेम्बर होते हैं और दिल में सुराख होने का मतलब है कि दिल के दो चैम्बरों के बीच की दीवार में छेद होना, जिससे खून का प्रवाह असामान्य हो जाता है। जो कि आजकल ह्रदय से जुड़ी बीमारी का होना आम बात हो गई। यह समस्या आमतौर पर कुछ बच्चो में जन्म से होती है, लेकिन कुछ मामलों में बाद में भी हो सकती है। कई बार माता-पिता और परिवार वाले दिल में होने वाले सुराख के शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं। दिल में सुराख की वजह अलग-अलग हो सकती है। काफ़ी दोष जन्मजात होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान दिल के भागों के सही से विकसित न होने के कारण होते हैं। ये सुराख दिल के ऊपरी भाग, जिसे एट्रियल कहते है और निचले भाग जिसे वेंट्रिकल्स कहते है इन दोनों कक्षाओं में हो सकते हैं, और रक्त का प्रवाह को प्रभावित कर सकते हैं। दिल...